रामायणम् — 4.18.43
Original
Segmented
त्वम् हि दृष्टार्थ-तत्त्व-ज्ञः प्रजानाम् च हिते रतः कार्य-कारण-सिद्धौ ते प्रसन्ना बुद्धिः अव्यया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
दृष्टार्थ | दृष्टार्थ | pos=n,comp=y |
तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रजानाम् | प्रजा | pos=n,g=f,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
हिते | हित | pos=n,g=n,c=7,n=s |
रतः | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
कारण | कारण | pos=n,comp=y |
सिद्धौ | सिद्धि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्रसन्ना | प्रसद् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
अव्यया | अव्यय | pos=a,g=f,c=1,n=s |