रामायणम् — 4.18.39
Original
Segmented
त्वम् तु धर्मम् अविज्ञाय केवलम् रोषम् आस्थितः प्रदूषयसि माम् धर्मे पितृपैतामहे स्थितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अविज्ञाय | अविज्ञाय | pos=i |
केवलम् | केवल | pos=a,g=n,c=2,n=s |
रोषम् | रोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आस्थितः | आस्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रदूषयसि | प्रदूषय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पितृपैतामहे | पितृपैतामह | pos=a,g=m,c=7,n=s |
स्थितम् | स्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |