रामायणम् — 4.18.36
Original
Segmented
यान्ति राजर्षयः च अत्र मृगयाम् धर्म-कोविदाः तस्मात् त्वम् निहतो युद्धे मया बाणेन वानर अयुध्यन् प्रतियुध्यन् वा यस्माच् छाखामृगो ह्य् असि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यान्ति | या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
राजर्षयः | राजर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
मृगयाम् | मृगया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
कोविदाः | कोविद | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तस्मात् | तद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
निहतो | निहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
बाणेन | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वानर | वानर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अयुध्यन् | अयुध्यत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रतियुध्यन् | प्रतियुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वा | वा | pos=i |
यस्माच् | यद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
छाखामृगो | शाखामृग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ह्य् | हि | pos=i |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |