रामायणम् — 4.18.35
Original
Segmented
प्रमत्तान् अप्रमत्तान् वा नरा मांस-अर्थिनः भृशम् विध्यन्ति विमुखांः च अपि न च दोषो ऽत्र विद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रमत्तान् | प्रमद् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
अप्रमत्तान् | अप्रमत्त | pos=a,g=m,c=2,n=p |
वा | वा | pos=i |
नरा | नर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मांस | मांस | pos=n,comp=y |
अर्थिनः | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
विध्यन्ति | व्यध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
विमुखांः | विमुख | pos=a,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
दोषो | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽत्र | अत्र | pos=i |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |