रामायणम् — 4.18.19
Original
Segmented
अस्य त्वम् धरमाणस्य सुग्रीवस्य महात्मनः रुमायाम् वर्तसे कामात् स्नुषायाम् पाप-कर्म-कृत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
धरमाणस्य | धृ | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
सुग्रीवस्य | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
रुमायाम् | रुमा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
वर्तसे | वृत् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
कामात् | काम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स्नुषायाम् | स्नुषा | pos=n,g=f,c=7,n=s |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
कृत् | कृत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |