Original

त्वया नाथेन काकुत्स्थ न सनाथा वसुंधरा ।प्रमदा शीलसंपन्ना धूर्तेन पतिता यथा ॥ ३६ ॥

Segmented

त्वया नाथेन काकुत्स्थ न सनाथा वसुंधरा प्रमदा शील-सम्पन्ना धूर्तेन पतिता यथा

Analysis

Word Lemma Parse
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
नाथेन नाथ pos=n,g=m,c=3,n=s
काकुत्स्थ काकुत्स्थ pos=n,g=m,c=8,n=s
pos=i
सनाथा सनाथ pos=a,g=f,c=1,n=s
वसुंधरा वसुंधरा pos=n,g=f,c=1,n=s
प्रमदा प्रमदा pos=n,g=f,c=1,n=s
शील शील pos=n,comp=y
सम्पन्ना सम्पद् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
धूर्तेन धूर्त pos=n,g=m,c=3,n=s
पतिता पत् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
यथा यथा pos=i