रामायणम् — 4.16.8
Original
Segmented
शापितासि मम प्राणैः निवर्तस्व जयेन च अहम् जित्वा निवर्तिष्ये तम् अलम् भ्रातरम् रणे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शापितासि | शप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
प्राणैः | प्राण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
निवर्तस्व | निवृत् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
जयेन | जय | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
जित्वा | जि | pos=vi |
निवर्तिष्ये | निवृत् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अलम् | अलम् | pos=i |
भ्रातरम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |