रामायणम् — 4.15.21
Original
Segmented
अहम् हि ते क्षमम् मन्ये तव रामेण सौहृदम् सुग्रीवेण च सम्प्रीतिम् वैरम् उत्सृज्य दूरतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
क्षमम् | क्षम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
रामेण | राम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सौहृदम् | सौहृद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सुग्रीवेण | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
सम्प्रीतिम् | सम्प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वैरम् | वैर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उत्सृज्य | उत्सृज् | pos=vi |
दूरतः | दूरतस् | pos=i |