रामायणम् — 4.12.8
Original
Segmented
स इन्द्रान् अपि सुरान् सर्वांस् त्वम् बाणैः पुरुष-ऋषभ समर्थः समरे हन्तुम् किम् पुनः वालिनम् प्रभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | स | pos=i |
इन्द्रान् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
सुरान् | सुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
सर्वांस् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
समर्थः | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
हन्तुम् | हन् | pos=vi |
किम् | किम् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |
वालिनम् | वालिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रभो | प्रभु | pos=n,g=m,c=8,n=s |