रामायणम् — 4.11.9
Original
Segmented
ऊर्मिमन्तम् अतिक्रम्य सागरम् रत्न-संचयम् मम युद्धम् प्रयच्छ इति तम् उवाच महा-अर्णवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऊर्मिमन्तम् | ऊर्मिमत् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
अतिक्रम्य | अतिक्रम् | pos=vi |
सागरम् | सागर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
संचयम् | संचय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
युद्धम् | युद्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रयच्छ | प्रयम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
अर्णवम् | अर्णव | pos=n,g=m,c=2,n=s |