रामायणम् — 4.11.35
Original
Segmented
स प्रहस्य अब्रवीत् मन्दम् क्रोधात् तम् असुर-उत्तमम् विसृज्य ताः स्त्रियः सर्वास् तारा-प्रभृतिकाः तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रहस्य | प्रहस् | pos=vi |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
मन्दम् | मन्द | pos=a,g=n,c=2,n=s |
क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
असुर | असुर | pos=n,comp=y |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
विसृज्य | विसृज् | pos=vi |
ताः | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
स्त्रियः | स्त्री | pos=n,g=f,c=2,n=p |
सर्वास् | सर्व | pos=n,g=f,c=2,n=p |
तारा | तारा | pos=n,comp=y |
प्रभृतिकाः | प्रभृतिक | pos=a,g=f,c=2,n=p |
तदा | तदा | pos=i |