रामायणम् — 4.11.25
Original
Segmented
धारयन् माहिषम् रूपम् तीक्ष्ण-शृङ्गः भय-आवहः प्रावृषि इव महा-मेघः तोय-पूर्णः नभस्तले
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धारयन् | धारय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
माहिषम् | माहिष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
रूपम् | रूप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तीक्ष्ण | तीक्ष्ण | pos=a,comp=y |
शृङ्गः | शृङ्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भय | भय | pos=n,comp=y |
आवहः | आवह | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रावृषि | प्रावृष् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
इव | इव | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
मेघः | मेघ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तोय | तोय | pos=n,comp=y |
पूर्णः | पृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
नभस्तले | नभस्तल | pos=n,g=n,c=7,n=s |