Original

क्लेष्टुमर्हसि मां न त्वं दुन्दुभे धर्मवत्सल ।रणकर्मस्वकुशलस्तपस्विशरणं ह्यहम् ॥ १७ ॥

Segmented

क्लेष्टुम् अर्हसि माम् न त्वम् दुन्दुभे धर्म-वत्सल रण-कर्मसु अकुशलस् तपस्वि-शरणम् ह्य् अहम्

Analysis

Word Lemma Parse
क्लेष्टुम् क्लिश् pos=vi
अर्हसि अर्ह् pos=v,p=2,n=s,l=lat
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
दुन्दुभे दुन्दुभि pos=n,g=m,c=8,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
वत्सल वत्सल pos=a,g=m,c=8,n=s
रण रण pos=n,comp=y
कर्मसु कर्मन् pos=n,g=n,c=7,n=p
अकुशलस् अकुशल pos=a,g=m,c=1,n=s
तपस्वि तपस्विन् pos=n,comp=y
शरणम् शरण pos=n,g=n,c=1,n=s
ह्य् हि pos=i
अहम् मद् pos=n,g=,c=1,n=s