रामायणम् — 4.10.7
Original
Segmented
स्निग्धम् एवम् ब्रुवाणम् माम् स तु निर्भर्त्स्य वानरः त्वाम् इति च माम् उक्त्वा बहु तत् तद् उवाच ह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्निग्धम् | स्निग्ध | pos=a,g=n,c=2,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
ब्रुवाणम् | ब्रू | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
निर्भर्त्स्य | निर्भर्त्सय् | pos=vi |
वानरः | वानर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
च | च | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |