रामायणम् — 4.10.5
Original
Segmented
मा च रोषम् कृथाः सौम्य शत्रु-निबर्हणैः याचे त्वाम् शिरसा राजन् मया बद्धो ऽयम् अञ्जलिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
मा | मा | pos=i |
च | च | pos=i |
रोषम् | रोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृथाः | सौम्य | pos=a,g=m,c=8,n=s |
सौम्य | मद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
निबर्हणैः | निबर्हण | pos=a,g=m,c=8,n=s |
याचे | याच् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
शिरसा | शिरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
बद्धो | बन्ध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अञ्जलिः | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=1,n=s |