रामायणम् — 4.10.27
Original
Segmented
अमोघाः सूर्य-संकाशाः मे इमे निशिताः शराः तस्मिन् वालिनि दुर्वृत्ते पतिष्यन्ति रुषा अन्विताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अमोघाः | अमोघ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सूर्य | सूर्य | pos=n,comp=y |
संकाशाः | संकाश | pos=n,g=m,c=1,n=p |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
इमे | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
निशिताः | निशा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
शराः | शर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वालिनि | वालिन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दुर्वृत्ते | दुर्वृत्त | pos=a,g=m,c=7,n=s |
पतिष्यन्ति | पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
रुषा | रुष् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अन्विताः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=p |