रामायणम् — 4.10.20
Original
Segmented
तत्र अनेन अस्मि संरुद्धो राज्यम् मार्गय् आत्मनः सुग्रीवेण नृशंसेन विस्मृत्य भ्रातृ-सौहृदम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
संरुद्धो | संरुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
राज्यम् | राज्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मार्गय् | मार्गय् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सुग्रीवेण | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
नृशंसेन | नृशंस | pos=a,g=m,c=3,n=s |
विस्मृत्य | विस्मृ | pos=vi |
भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
सौहृदम् | सौहृद | pos=n,g=n,c=2,n=s |