रामायणम् — 4.10.10
Original
Segmented
तस्य तद् गर्जितम् श्रुत्वा निःसृतो ऽहम् नृप-आलयात् अनुयातः च माम् तूर्णम् अयम् भ्राता सु दारुणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गर्जितम् | गर्जित | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
निःसृतो | निःसृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
आलयात् | आलय | pos=n,g=n,c=5,n=s |
अनुयातः | अनुया | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
तूर्णम् | तूर्णम् | pos=i |
अयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
दारुणः | दारुण | pos=a,g=m,c=1,n=s |