रामायणम् — 4.10.1
Original
Segmented
ततः क्रोध-समाविष्टम् संरब्धम् तम् उपागतम् अहम् प्रसादयांचक्रे भ्रातरम् प्रिय-काम्या
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
समाविष्टम् | समाविश् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
संरब्धम् | संरब्ध | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपागतम् | उपागम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
प्रसादयांचक्रे | प्रसादय् | pos=v,p=1,n=s,l=lit |
भ्रातरम् | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |