रामायणम् — 4.1.48
Original
Segmented
निरीक्षमाणः सहसा महात्मा सर्वम् वनम् निर्झर-कन्दरम् च उद्विग्न-चेताः सह लक्ष्मणेन विचार्य दुःख-उपहतः प्रतस्थे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निरीक्षमाणः | निरीक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सहसा | सहस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
महात्मा | महात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
निर्झर | निर्झर | pos=n,comp=y |
कन्दरम् | कन्दर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
उद्विग्न | उद्विज् | pos=va,comp=y,f=part |
चेताः | चेतस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सह | सह | pos=i |
लक्ष्मणेन | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विचार्य | विचारय् | pos=vi |
दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
उपहतः | उपहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रतस्थे | प्रस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |