Original

सौमित्रे पश्य पम्पाया दक्षिणे गिरिसानुनि ।पुष्पितां कर्णिकारस्य यष्टिं परमशोभनाम् ॥ ३२ ॥

Segmented

सौमित्रे पश्य पम्पाया दक्षिणे गिरि-सानुनि पुष्पिताम् कर्णिकारस्य यष्टिम् परम-शोभनाम्

Analysis

Word Lemma Parse
सौमित्रे सौमित्रि pos=n,g=m,c=8,n=s
पश्य पश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
पम्पाया पम्पा pos=n,g=f,c=6,n=s
दक्षिणे दक्षिण pos=a,g=m,c=7,n=s
गिरि गिरि pos=n,comp=y
सानुनि सानु pos=n,g=n,c=7,n=s
पुष्पिताम् पुष्पित pos=a,g=f,c=2,n=s
कर्णिकारस्य कर्णिकार pos=n,g=m,c=6,n=s
यष्टिम् यष्टि pos=n,g=f,c=2,n=s
परम परम pos=a,comp=y
शोभनाम् शोभन pos=a,g=f,c=2,n=s