Original

पद्मकोशपलाशानि द्रष्टुं दृष्टिर्हि मन्यते ।सीताया नेत्रकोशाभ्यां सदृशानीति लक्ष्मण ॥ ३० ॥

Segmented

पद्म-कोश-पलाशानि द्रष्टुम् दृष्टिः हि मन्यते सीताया नेत्रकोशाभ्याम् सदृशानि इति लक्ष्मण

Analysis

Word Lemma Parse
पद्म पद्म pos=n,comp=y
कोश कोश pos=n,comp=y
पलाशानि पलाश pos=n,g=n,c=2,n=p
द्रष्टुम् दृश् pos=vi
दृष्टिः दृष्टि pos=n,g=f,c=1,n=s
हि हि pos=i
मन्यते मन् pos=v,p=3,n=s,l=lat
सीताया सीता pos=n,g=f,c=6,n=s
नेत्रकोशाभ्याम् नेत्रकोश pos=n,g=m,c=3,n=d
सदृशानि सदृश pos=a,g=n,c=1,n=p
इति इति pos=i
लक्ष्मण लक्ष्मण pos=n,g=m,c=8,n=s