Original

चक्रवाकयुता नित्यं चित्रप्रस्थवनान्तरा ।मातङ्गमृगयूथैश्च शोभते सलिलार्थिभिः ॥ २९ ॥

Segmented

चक्रवाक-युता नित्यम् चित्र-प्रस्थ-वन-अन्तरा मातङ्ग-मृग-यूथैः च शोभते सलिल-अर्थिभिः

Analysis

Word Lemma Parse
चक्रवाक चक्रवाक pos=n,comp=y
युता युत pos=a,g=f,c=1,n=s
नित्यम् नित्यम् pos=i
चित्र चित्र pos=a,comp=y
प्रस्थ प्रस्थ pos=n,comp=y
वन वन pos=n,comp=y
अन्तरा अन्तर pos=n,g=f,c=1,n=s
मातङ्ग मातंग pos=n,comp=y
मृग मृग pos=n,comp=y
यूथैः यूथ pos=n,g=m,c=3,n=p
pos=i
शोभते शुभ् pos=v,p=3,n=s,l=lat
सलिल सलिल pos=n,comp=y
अर्थिभिः अर्थिन् pos=a,g=m,c=3,n=p