Original

प्रतिज्ञातस्त्वया वीर दण्डकारण्यवासिनाम् ।ऋषीणां रक्षणार्थाय वधः संयति रक्षसाम् ॥ ७ ॥

Segmented

प्रतिज्ञातस् त्वया वीर दण्डक-अरण्य-वासिनाम् ऋषीणाम् रक्षण-अर्थाय वधः संयति

Analysis

Word Lemma Parse
प्रतिज्ञातस् प्रतिज्ञा pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
त्वया त्वद् pos=n,g=,c=3,n=s
वीर वीर pos=n,g=m,c=8,n=s
दण्डक दण्डक pos=n,comp=y
अरण्य अरण्य pos=n,comp=y
वासिनाम् वासिन् pos=a,g=m,c=6,n=p
ऋषीणाम् ऋषि pos=n,g=m,c=6,n=p
रक्षण रक्षण pos=n,comp=y
अर्थाय अर्थ pos=n,g=m,c=4,n=s
वधः वध pos=n,g=m,c=1,n=s
संयति रक्षस् pos=n,g=n,c=6,n=p