रामायणम् — 3.8.6
Original
Segmented
तृतीयम् यद् इदम् रौद्रम् पर-प्राण-अभिहिंसनम् निर्वैरम् क्रियते मोहात् तच् च ते समुपस्थितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तृतीयम् | तृतीय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
रौद्रम् | रौद्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
पर | पर | pos=n,comp=y |
प्राण | प्राण | pos=n,comp=y |
अभिहिंसनम् | अभिहिंसन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निर्वैरम् | निर्वैर | pos=n,g=n,c=1,n=s |
क्रियते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मोहात् | मोह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तच् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
समुपस्थितम् | समुपस्था | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |