रामायणम् — 3.8.29
Original
Segmented
स्त्री-चापलात् एतद् उदाहृतम् मे धर्मम् च वक्तुम् तव कः समर्थः विचार्य बुद्ध्या तु सह अनुजेन यद् रोचते तत् कुरु माचिरेण
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्त्री | स्त्री | pos=n,comp=y |
चापलात् | चापल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उदाहृतम् | उदाहृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
वक्तुम् | वच् | pos=vi |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
समर्थः | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विचार्य | विचारय् | pos=vi |
बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
तु | तु | pos=i |
सह | सह | pos=i |
अनुजेन | अनुज | pos=n,g=m,c=3,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
रोचते | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
माचिरेण | माचिरेण | pos=i |