रामायणम् — 3.71.5
Original
Segmented
प्रनष्टम् अशुभम् यत् तत् कल्याणम् समुपस्थितम् तेन त्व् एतत् प्रहृष्टम् मे मनो लक्ष्मण सम्प्रति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रनष्टम् | प्रणश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
अशुभम् | अशुभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कल्याणम् | कल्याण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
समुपस्थितम् | समुपस्था | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
त्व् | तु | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रहृष्टम् | प्रहृष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
लक्ष्मण | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सम्प्रति | सम्प्रति | pos=i |