रामायणम् — 3.71.26
Original
Segmented
ततो महद् वर्त्म च दूर-संक्रमम् क्रमेण गत्वा प्रविलोकयन् वनम् ददर्श पम्पाम् शुभदर्श-काननाम् अनेक-नानाविध-पक्षि-संकुलाम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
महद् | महत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वर्त्म | वर्त्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
दूर | दूर | pos=a,comp=y |
संक्रमम् | संक्रम | pos=n,g=n,c=2,n=s |
क्रमेण | क्रमेण | pos=i |
गत्वा | गम् | pos=vi |
प्रविलोकयन् | प्रविलोकय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पम्पाम् | पम्पा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
शुभदर्श | शुभदर्श | pos=a,comp=y |
काननाम् | कानन | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अनेक | अनेक | pos=a,comp=y |
नानाविध | नानाविध | pos=a,comp=y |
पक्षि | पक्षिन् | pos=n,comp=y |
संकुलाम् | संकुल | pos=a,g=f,c=2,n=s |