रामायणम् — 3.70.25
Original
Segmented
धर्मिष्ठम् तु वचः श्रुत्वा राघवः सहलक्ष्मणः अनुजानामि गच्छ इति प्रहृः-वदनः ऽब्रवीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्मिष्ठम् | धर्मिष्ठ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
वचः | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
राघवः | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सहलक्ष्मणः | सहलक्ष्मण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अनुजानामि | अनुज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
इति | इति | pos=i |
प्रहृः | प्रहृष् | pos=va,comp=y,f=part |
वदनः | वदन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |