Original

तस्मिन्नन्दनसंकाशे देवारण्योपमे वने ।नानाविहगसंकीर्णे रंस्यसे राम निर्वृतः ॥ २३ ॥

Segmented

तस्मिन् नन्दन-संकाशे देव-अरण्य-उपमे वने नाना विहग-संकीर्णे रंस्यसे राम निर्वृतः

Analysis

Word Lemma Parse
तस्मिन् तद् pos=n,g=n,c=7,n=s
नन्दन नन्दन pos=n,comp=y
संकाशे संकाश pos=n,g=n,c=7,n=s
देव देव pos=n,comp=y
अरण्य अरण्य pos=n,comp=y
उपमे उपम pos=a,g=n,c=7,n=s
वने वन pos=n,g=n,c=7,n=s
नाना नाना pos=i
विहग विहग pos=n,comp=y
संकीर्णे संकृ pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part
रंस्यसे रम् pos=v,p=2,n=s,l=lrt
राम राम pos=n,g=m,c=8,n=s
निर्वृतः निर्वृत pos=a,g=m,c=1,n=s