रामायणम् — 3.69.10
Original
Segmented
निस्त्वक्पक्षान् अयः-तप्तान् अकृशान् एककण्टकान् तव भक्त्या समायुक्तो लक्ष्मणः सम्प्रदास्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निस्त्वक्पक्षान् | निस्त्वक्पक्ष | pos=a,g=m,c=2,n=p |
अयः | अयस् | pos=n,comp=y |
तप्तान् | तप् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
अकृशान् | अकृश | pos=a,g=m,c=2,n=p |
एककण्टकान् | एककण्टक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भक्त्या | भक्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
समायुक्तो | समायुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
लक्ष्मणः | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सम्प्रदास्यति | सम्प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |