Original

श्रिया विराजितं पुत्रं दनोस्त्वं विद्धि लक्ष्मण ।इन्द्रकोपादिदं रूपं प्राप्तमेवं रणाजिरे ॥ ७ ॥

Segmented

श्रिया विराजितम् पुत्रम् दनोस् त्वम् विद्धि लक्ष्मण इन्द्र-कोपात् इदम् रूपम् प्राप्तम् एवम् रण-अजिरे

Analysis

Word Lemma Parse
श्रिया श्री pos=n,g=f,c=3,n=s
विराजितम् विराज् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
पुत्रम् पुत्र pos=n,g=m,c=2,n=s
दनोस् दनु pos=n,g=f,c=6,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
विद्धि विद् pos=v,p=2,n=s,l=lot
लक्ष्मण लक्ष्मण pos=n,g=m,c=8,n=s
इन्द्र इन्द्र pos=n,comp=y
कोपात् कोप pos=n,g=m,c=5,n=s
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=1,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=1,n=s
प्राप्तम् प्राप् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
एवम् एवम् pos=i
रण रण pos=n,comp=y
अजिरे अजिर pos=n,g=n,c=7,n=s