Original

स त्वं सीतां समाचक्ष्व येन वा यत्र वा हृता ।कुरु कल्याणमत्यर्थं यदि जानासि तत्त्वतः ॥ २३ ॥

Segmented

स त्वम् सीताम् समाचक्ष्व येन वा यत्र वा हृता कुरु कल्याणम् अत्यर्थम् यदि जानासि तत्त्वतः

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
सीताम् सीता pos=n,g=f,c=2,n=s
समाचक्ष्व समाचक्ष् pos=v,p=2,n=s,l=lan
येन यद् pos=n,g=m,c=3,n=s
वा वा pos=i
यत्र यत्र pos=i
वा वा pos=i
हृता हृ pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
कुरु कृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
कल्याणम् कल्याण pos=n,g=n,c=2,n=s
अत्यर्थम् अत्यर्थम् pos=i
यदि यदि pos=i
जानासि ज्ञा pos=v,p=2,n=s,l=lat
तत्त्वतः तत्त्व pos=n,g=n,c=5,n=s