रामायणम् — 3.67.14
Original
Segmented
सो ऽहम् भुजाभ्याम् दीर्घाभ्याम् समाकृष्य वनेचरान् सिंह-द्विप-मृग-व्याघ्रान् भक्षयामि समन्ततः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
भुजाभ्याम् | भुज | pos=n,g=m,c=3,n=d |
दीर्घाभ्याम् | दीर्घ | pos=a,g=m,c=3,n=d |
समाकृष्य | समाकृष् | pos=vi |
वनेचरान् | वनेचर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
सिंह | सिंह | pos=n,comp=y |
द्विप | द्विप | pos=n,comp=y |
मृग | मृग | pos=n,comp=y |
व्याघ्रान् | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
भक्षयामि | भक्षय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
समन्ततः | समन्ततः | pos=i |