रामायणम् — 3.65.31
Original
Segmented
इति ब्रुवाणो दृढ-सत्य-विक्रमः महा-यशाः दाशरथिः प्रतापवान् अवेक्ष्य सौमित्रिम् उदग्र-विक्रमम् स्थिराम् तदा स्वाम् मतिम् आत्मना अकरोत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
ब्रुवाणो | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
दृढ | दृढ | pos=a,comp=y |
सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
विक्रमः | विक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
यशाः | यशस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दाशरथिः | दाशरथि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रतापवान् | प्रतापवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अवेक्ष्य | अवेक्ष् | pos=vi |
सौमित्रिम् | सौमित्रि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उदग्र | उदग्र | pos=a,comp=y |
विक्रमम् | विक्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स्थिराम् | स्थिर | pos=a,g=f,c=2,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
स्वाम् | स्व | pos=a,g=f,c=2,n=s |
मतिम् | मति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अकरोत् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |