रामायणम् — 3.65.27
Original
Segmented
तस्य तत् वचनम् श्रुत्वा कबन्धस्य दुरात्मनः उवाच लक्ष्मणम् रामो मुखेन परिशुष्यता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
कबन्धस्य | कबन्ध | pos=n,g=m,c=6,n=s |
दुरात्मनः | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
लक्ष्मणम् | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मुखेन | मुख | pos=n,g=n,c=3,n=s |
परिशुष्यता | परिशुष् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |