रामायणम् — 3.64.4
Original
Segmented
जटायो यदि शक्नोषि वाक्यम् व्याहरितुम् पुनः सीताम् आख्याहि भद्रम् ते वधम् आख्याहि च आत्मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जटायो | जटायु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
शक्नोषि | शक् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
व्याहरितुम् | व्याहृ | pos=vi |
पुनः | पुनर् | pos=i |
सीताम् | सीता | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आख्याहि | आख्या | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वधम् | वध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आख्याहि | आख्या | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
च | च | pos=i |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |