रामायणम् — 3.63.10
Original
Segmented
ददर्श पतितम् भूमौ क्षतज-आर्द्रम् जटायुषम् तम् दृष्ट्वा गिरि-शृङ्ग-आभम् रामो लक्ष्मणम् अब्रवीत् अनेन सीता वैदेही भक्षिता न अत्र संशयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पतितम् | पत् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
भूमौ | भूमि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
क्षतज | क्षतज | pos=n,comp=y |
आर्द्रम् | आर्द्र | pos=a,g=m,c=2,n=s |
जटायुषम् | जटायुष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
शृङ्ग | शृङ्ग | pos=n,comp=y |
आभम् | आभ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
रामो | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लक्ष्मणम् | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सीता | सीता | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वैदेही | वैदेही | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भक्षिता | भक्षय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |