रामायणम् — 3.62.17
Original
Segmented
अनुशिष्यात् हि को नु त्वाम् अपि साक्षाद् बृहस्पतिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनुशिष्यात् | अनुशास् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
हि | हि | pos=i |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नु | नु | pos=i |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
साक्षाद् | साक्षात् | pos=i |
बृहस्पतिः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |