Original

रावणस्य च तद्रूपं कर्माणि च दुरात्मनः ।ध्यात्वा भयात्तु वैदेहीं सा नदी न शशंस ताम् ॥ ९ ॥

Segmented

रावणस्य च तद् रूपम् कर्माणि च दुरात्मनः ध्यात्वा भयात् तु वैदेहीम् सा नदी न शशंस ताम्

Analysis

Word Lemma Parse
रावणस्य रावण pos=n,g=m,c=6,n=s
pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
कर्माणि कर्मन् pos=n,g=n,c=2,n=p
pos=i
दुरात्मनः दुरात्मन् pos=a,g=m,c=6,n=s
ध्यात्वा ध्या pos=vi
भयात् भय pos=n,g=n,c=5,n=s
तु तु pos=i
वैदेहीम् वैदेही pos=n,g=f,c=2,n=s
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
नदी नदी pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
शशंस शंस् pos=v,p=3,n=s,l=lit
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s