Original

भक्षितायां हि वैदेह्यां हृतायामपि लक्ष्मण ।के हि लोके प्रियं कर्तुं शक्ताः सौम्य ममेश्वराः ॥ ३६ ॥

Segmented

भक्षितायाम् हि वैदेह्याम् हृतायाम् अपि लक्ष्मण के हि लोके प्रियम् कर्तुम् शक्ताः सौम्य मे ईश्वराः

Analysis

Word Lemma Parse
भक्षितायाम् भक्षय् pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part
हि हि pos=i
वैदेह्याम् वैदेही pos=n,g=f,c=7,n=s
हृतायाम् हृ pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part
अपि अपि pos=i
लक्ष्मण लक्ष्मण pos=n,g=m,c=8,n=s
के pos=n,g=m,c=1,n=p
हि हि pos=i
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
प्रियम् प्रिय pos=n,g=n,c=2,n=s
कर्तुम् कृ pos=vi
शक्ताः शक् pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
सौम्य सौम्य pos=a,g=m,c=8,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ईश्वराः ईश्वर pos=n,g=m,c=1,n=p