Original

एवं स रुषितो रामो दिधक्षन्निव चक्षुषा ।ददर्श भूमौ निष्क्रान्तं राक्षसस्य पदं महत् ॥ २२ ॥

Segmented

एवम् स रुषितो रामो दिधक्षन्न् इव चक्षुषा ददर्श भूमौ निष्क्रान्तम् राक्षसस्य पदम् महत्

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
रुषितो रुष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
रामो राम pos=n,g=m,c=1,n=s
दिधक्षन्न् दिधक्ष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
इव इव pos=i
चक्षुषा चक्षुस् pos=n,g=n,c=3,n=s
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
भूमौ भूमि pos=n,g=f,c=7,n=s
निष्क्रान्तम् निष्क्रम् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
राक्षसस्य राक्षस pos=n,g=m,c=6,n=s
पदम् पद pos=n,g=n,c=2,n=s
महत् महत् pos=a,g=n,c=2,n=s