Original

प्रविष्टस्तु वनं घोरं बहुपुष्पफलद्रुमम् ।ददर्शाश्रममेकान्ते चीरमालापरिष्कृतम् ॥ ४ ॥

Segmented

प्रविष्टस् तु वनम् घोरम् बहु-पुष्प-फल-द्रुमम् ददर्श आश्रमम् एकान्ते चीर-माला-परिष्कृतम्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रविष्टस् प्रविश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
तु तु pos=i
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s
घोरम् घोर pos=a,g=n,c=2,n=s
बहु बहु pos=a,comp=y
पुष्प पुष्प pos=n,comp=y
फल फल pos=n,comp=y
द्रुमम् द्रुम pos=n,g=n,c=2,n=s
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
आश्रमम् आश्रम pos=n,g=m,c=2,n=s
एकान्ते एकान्त pos=n,g=m,c=7,n=s
चीर चीर pos=n,comp=y
माला माला pos=n,comp=y
परिष्कृतम् परिष्कृ pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part