Original

विवशं शोकसंतप्तं दीनं भग्नमनोरथम् ।मामिहोत्सृज्य करुणं कीर्तिर्नरमिवानृजुम् ॥ ९ ॥

Segmented

विवशम् शोक-संतप्तम् दीनम् भग्न-मनोरथम् माम् इह उत्सृज्य करुणम् कीर्तिः नरम् इव अनृजुम्

Analysis

Word Lemma Parse
विवशम् विवश pos=a,g=m,c=2,n=s
शोक शोक pos=n,comp=y
संतप्तम् संतप् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
दीनम् दीन pos=a,g=m,c=2,n=s
भग्न भञ्ज् pos=va,comp=y,f=part
मनोरथम् मनोरथ pos=n,g=m,c=2,n=s
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
इह इह pos=i
उत्सृज्य उत्सृज् pos=vi
करुणम् करुण pos=a,g=m,c=2,n=s
कीर्तिः कीर्ति pos=n,g=f,c=1,n=s
नरम् नर pos=n,g=m,c=2,n=s
इव इव pos=i
अनृजुम् अनृजु pos=a,g=m,c=2,n=s