Original

अनादृत्य तु तद्वाक्यं लक्ष्मणौष्ठपुटच्युतम् ।अपश्यंस्तां प्रियां सीतां प्राक्रोशत्स पुनः पुनः ॥ २९ ॥

Segmented

अनादृत्य तु तद् वाक्यम् लक्ष्मण-ओष्ठ-पुट-च्युतम् अपश्यंस् ताम् प्रियाम् सीताम् प्राक्रोशत् स पुनः पुनः

Analysis

Word Lemma Parse
अनादृत्य अनादृत्य pos=i
तु तु pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
लक्ष्मण लक्ष्मण pos=n,comp=y
ओष्ठ ओष्ठ pos=n,comp=y
पुट पुट pos=n,comp=y
च्युतम् च्यु pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
अपश्यंस् अपश्यत् pos=a,g=m,c=1,n=s
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
प्रियाम् प्रिय pos=a,g=f,c=2,n=s
सीताम् सीता pos=n,g=f,c=2,n=s
प्राक्रोशत् प्रक्रुश् pos=v,p=3,n=s,l=lan
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
पुनः पुनर् pos=i
पुनः पुनर् pos=i