Original

प्रियकाननसंचारा वनोन्मत्ता च मैथिली ।सा वनं वा प्रविष्टा स्यान्नलिनीं वा सुपुष्पिताम् ॥ १४ ॥

Segmented

प्रिय-कानन-संचारा वन-उन्मत्ता च मैथिली सा वनम् वा प्रविष्टा स्यान् नलिनीम् वा सु पुष्पिताम्

Analysis

Word Lemma Parse
प्रिय प्रिय pos=a,comp=y
कानन कानन pos=n,comp=y
संचारा संचार pos=n,g=f,c=1,n=s
वन वन pos=n,comp=y
उन्मत्ता उन्मद् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
pos=i
मैथिली मैथिली pos=n,g=f,c=1,n=s
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s
वा वा pos=i
प्रविष्टा प्रविश् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
स्यान् अस् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
नलिनीम् नलिनी pos=n,g=f,c=2,n=s
वा वा pos=i
सु सु pos=i
पुष्पिताम् पुष्पित pos=a,g=f,c=2,n=s