Original

विप्रकीर्णाजिनकुशं विप्रविद्धबृसीकटम् ।दृष्ट्वा शून्योटजस्थानं विललाप पुनः पुनः ॥ ७ ॥

Segmented

विप्रकीर्ण-अजिन-कुशम् विप्रव्यध्-बृसी-कटम् दृष्ट्वा शून्य-उटज-स्थानम् विललाप पुनः पुनः

Analysis

Word Lemma Parse
विप्रकीर्ण विप्रकृ pos=va,comp=y,f=part
अजिन अजिन pos=n,comp=y
कुशम् कुश pos=n,g=n,c=2,n=s
विप्रव्यध् विप्रव्यध् pos=va,comp=y,f=part
बृसी बृसी pos=n,comp=y
कटम् कट pos=n,g=n,c=2,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
शून्य शून्य pos=a,comp=y
उटज उटज pos=n,comp=y
स्थानम् स्थान pos=n,g=n,c=2,n=s
विललाप विलप् pos=v,p=3,n=s,l=lit
पुनः पुनर् pos=i
पुनः पुनर् pos=i