Original

सार्थेनेव परित्यक्ता भक्षिता बहुबान्धवा ।हा लक्ष्मण महाबाहो पश्यसि त्वं प्रियां क्वचित् ॥ ३१ ॥

Segmented

सार्थेन इव परित्यक्ता भक्षिता बहु-बान्धवा हा लक्ष्मण महा-बाहो पश्यसि त्वम् प्रियाम् क्वचित्

Analysis

Word Lemma Parse
सार्थेन सार्थ pos=n,g=m,c=3,n=s
इव इव pos=i
परित्यक्ता परित्यज् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
भक्षिता भक्षय् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
बहु बहु pos=a,comp=y
बान्धवा बान्धव pos=n,g=f,c=1,n=s
हा हा pos=i
लक्ष्मण लक्ष्मण pos=n,g=m,c=8,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
बाहो बाहु pos=n,g=m,c=8,n=s
पश्यसि दृश् pos=v,p=2,n=s,l=lat
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
प्रियाम् प्रिय pos=a,g=f,c=2,n=s
क्वचित् क्वचिद् pos=i