रामायणम् — 3.57.25
Original
Segmented
शर-आहतेन एव तदा आर्तया गिरा स्वरम् मे आलम्ब्य सुदूर-संश्रवम् उदाहृतम् तद् वचनम् सु दारुणम् त्वम् आगतो येन विहाय मैथिलीम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शर | शर | pos=n,comp=y |
आहतेन | आहन् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
एव | एव | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
आर्तया | आर्त | pos=a,g=f,c=3,n=s |
गिरा | गिर् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
स्वरम् | स्वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आलम्ब्य | आलम्ब् | pos=vi |
सुदूर | सुदूर | pos=a,comp=y |
संश्रवम् | संश्रव | pos=a,g=m,c=2,n=s |
उदाहृतम् | उदाहृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
दारुणम् | दारुण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
आगतो | आगम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
येन | यद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
विहाय | विहा | pos=vi |
मैथिलीम् | मैथिली | pos=n,g=f,c=2,n=s |