रामायणम् — 3.57.18
Original
Segmented
एवम् उक्तो हि वैदेह्या संरब्धो रक्त-लोचनः क्रोधात् प्रस्फुरत्-ओष्ठः आश्रमाद् अभिनिर्गतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्तो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
वैदेह्या | वैदेही | pos=n,g=f,c=3,n=s |
संरब्धो | संरभ् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
रक्त | रक्त | pos=a,comp=y |
लोचनः | लोचन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रस्फुरत् | प्रस्फुर् | pos=va,comp=y,f=part |
ओष्ठः | ओष्ठ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आश्रमाद् | आश्रम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अभिनिर्गतः | अभिनिर्गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |